दुनिया को मिसाइल तकनीक बेच सकेगा भारत: राजनाथ
PUBLISHED : Jun 18 , 9:25 AM
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि देश को न्यूक्लियर सप्लॉयर ग्रुप (एनएसजी) की सदस्यता मिलने की दिशा में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। इसी तरह भारत को मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजिम का सदस्य बनाने पर भी दुनिया में सहमति बन रही है। ऐसा होने पर भारत अपनी मिसाइल टेक्नोलॉजी दुनियाभर में बेच सकेगा।
शुक्रवार को देहरादून के ओएनजीसी ऑडिटोरियम में उत्तराखंड पब्लिक फोरम की ओर से आयोजित प्रबुद्ध जन संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दुनियाभर में भारत के प्रति नजरिया बदला है। विदेशों में रहने वाले भारतीय इस बात की पुष्टि करते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका का भारत को न्यूक्लियर सप्लाॠयर ग्रुप का सदस्य बनाने पर सहमत होना बड़ा बदलाव है। इसी तरह दुनिया में भारत को मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजिम का सदस्य बनाने पर भी आम सहमति कायम हो रही है। ऐसा होने पर भारत अपनी मिसाइल तकनीकी को खरबों रुपए के विश्व बाजार में बेच सकेगा।
शासन प्रणाली के लिए कदम
राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार प्रक्रियागत बदलाव कर शासन प्रणाली में सुधार लाने की कोशिश कर रही है। इसी क्रम में सालाना दो करोड़ तक कारोबार करने वाले कारोबारियों के लिए इनकम टैक्स की सेल्फ डेक्लरेशन पॉलिसी और 50 लाख रुपये तक सालाना कमाने वाले प्रोफेशनल की 25 लाख रुपये की आय को कर मुक्त करना बड़ा कदम है। राजनाथ सिंह ने कहा कि 30 सितंबर काला धन की घोषणा की अंतिम तिथि है।